आने वाले दिनों में जहां मोटर वाहन सीएनजी, पेट्रोल, डीजल के साथ साथ बिजली से भी चलेंगे, वहीं खाना पकाने के लिए लोगों की एलपीजी, पीएनजी और बिजली जैसे साधनों पर भी निर्भरता कम हो जाएगी। जी-हां केरल के रहने वाले एक शख्स ने एक ऐसे स्टोव का अविष्कार किया है, जिसे एलपीजी और बिजली की बजाए जलाऊ लकड़ी, नारियल के बुरादे और वेस्ट पेपर से चलाया जा सकेगा।
राकेट स्टोव है इसका नाम
इस नई तकनीक पर आधारित चूल्हे को रॉकेट स्टोव का नाम दिया गया है। इस स्टोव के लिए किसी भी प्रकार से एलपीजी, पीएनजी और बिजली की जरूरत नहीं होगी। राकेट नाम के इस स्टोव का अविष्कार अब्दुल करीम ने किया है । केरल के मूल निवासी अब्दुल करीम ने बताया कि हाऊसिंग सोसायटी में रहने वाले लोगों के लिए यह बेहद ही सुरक्षित और रियायती है। इसे फ्लैट की बालकॉनी में भी आसानी से चलाया जा सकता है।
80 प्रतिशत तक कम धुँआ देता है ये स्टोव
इस स्टोव को इस तरह से डिजाईन किया गया है कि उसमें से आम चूल्हों के मुकाबले 80 प्रतिशत तक कम धुंआ निकलता है। इस स्टोव पर आसानी से पानी भी गर्म किया जा सकता है, यही नहीं बल्कि इसकी डिजाईन क्षमता इस कदर बेजोड़ है कि इसका इस्तेमाल ओवन के रूप में भी किया जा सकता है। अब्दुल करीम ने बताया कि इस स्टोव की खासियत यह है कि इसमें से निकलने वाले धुंए की मात्रा केवल दस से बीस प्रतिशत ही रहेगी और इससे पड़ोसियों को किसी तरह की परेशानी भी नहीं होगी।
हर प्रकार के बर्तन के लिए मुफीद है ये स्टोव
राकेट स्टोव पर किसी भी प्रकार के बर्तन को प्रयोग किया जा सकता है। अब्दुल ने इसे पांच प्रकार के मॉडल के रूप में लांच किया है। सबसे ऊंचे और आधुनिक स्टोव की कीमत 14 हजार रुपए तय की गई है। इस मॉडल में खाना पकाने के दौरान निकलने वाले धुंए के लिए एक चिमनी टाईप पाईप की व्यवस्था भी होगी। फ्लैट में रहने वाले लोग इसका बाखूबी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा एक अन्य मॉडल की कीमत 4500 रुपए निर्धारित की गई है। इस मॉडल में चिलिंग, ओवन, वाटर हीटिंग आदि जैसे विकल्प भी दिए गए हैं। ओवन मॉडल 280 डिग्री तक हीट पैदा करने की क्षमता रखता है।
कोविड के चलते हुई परेशानी
57 वर्षीय करीम ने बताया कि कोविड की वजह से वह अपने उत्पादनों की सही तरीके से मार्केटिंग नहीं कर पाए। फिलहाल वह फोन पर आ रहे आर्डर की ही पूर्ति कर रहे हैं। कोविड की वजह से वह अपने उत्पाद को बाजार में भी नहीं बेच पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस स्टोव को पूरे परीक्षण के बाद ही बाजार में लांच किया गया है। इसे पूरी तरह से फिट होने के बाद ही बाजार में लाया गया है। यह उत्पाद पूरी तरह से सुरक्षा मानकों पर भी खरे उतर रहे हैं।
नहीं रहेगी गैस और बिजली की जरूरत
अब्दुल करीम ने बताया कि आज खाना पकाने के लिए लोगों की गैस एवं बिजली पर निर्भरता बहुत अधिक है। इसके चलते ही वह इस प्रोडेक्ट को लेकर आए हैं, ताकि लोगों को एक बहुत ही सुलभ और सस्ता विकल्प उपलब्ध करवाया जा सके। जल्द ही वह इसका उत्पादन बहुत बड़े पैमाने पर कर सकेंगे और लोगों को एक नया विकल्प मिलेगा, जिसके बाद उन्हें कुकिंग गैस के लिए इंतजार भी नहीं करना होगा।