कहते हैं कि भारत कृषि प्रधान देश है लेकिन उसी देश में किसानों का क्या हाल है यह किसी से छुपा नहीं है| आज ज़्यादातर लोग खेती-बाड़ी को छोड़ते जा रहे हैं क्यूंकि वह इस क्षेत्र में अपना भविष्य सुरक्षित नहीं मानते| लेकिन ऐसे समय में एक अनोखी घटना देखने को मिली है जिसमें एक लड़का अपनी विलायत की नौकरी छोड़ भारत वापस आ जाता है और खेती करने लगता है|
आइए जानते हैं दीपक राघव के बारे में
दीपक राघव इजीप्ट में ट्रांसपोर्टेशन एंड रिलोकेशन के क्षेत्र में रिलेशनशिप मैनेजर के पद पर नियुक्त थे| साथ ही अब वह एक किसान भी हैं जो लोगों को खेती के मॉडर्न तरीके सिखाते हैं| एक साक्षात्कार में दीपक ने बताया कि जब वह इजीप्ट में कार्यरत थे तो किसी ने उनसे भारत के विषय में बात करते हुए कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है लेकिन सबसे ज्यादा आत्महत्या भी भारत में किसान ही करते हैं|
विलायत की नौकरी से दिया इस्तीफा और भारत लौट आए
उस व्यक्ति की बात दीपक के मन में घर कर गई और उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दिया और भारत लौट आए| भारत आते ही उन्होंने तकनीकी खेती-बाड़ी की ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया और अपने साथ अन्य लोगों को जोड़ना भी शुरू कर दिया| जब उन्होंने खेती-बाड़ी करना शुरू किया तो उन्हें अनेकों कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी|
दीपक के फैसले में मोटिवेशनल स्पीकर राजीव दीक्षित ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
दीपक राजीव दीक्षित से बहुत प्रभावित हैं| उनके खेती करने के फैसले में राजीव ने मुख्य भूमिका निभाई| दीपक ने खास-बातचीत में बताया कि उन्होंने कभी खेती करने के बारे में नहीं सोचा था, लेकिन एक दिन उन्होंने राजीव दीक्षित की विडियो देखी और वह बहुत प्रभावित हुए| तभी उन्होंने भारत लौट कृषि क्षेत्र में काम करने का फैसला किया|
फ़ार्मिंग से आज लाखों में कमाते हैं
लॉकडाउन होने से पहले दीपक सबको गाँव जाकर खेती करने के नए तरीके सिखाते थे लेकिन लॉकडाउन के बाद सब बदल गया| तब दीपक ने यूट्यूब का सहारा लिया और उनका यह तरीका लोगों को पसंद भी आया| अब दीपक खेती-बाड़ी के जरिए महीने में 1 लाख रूपये से ज्यादा कमा लेते हैं| आज करीब 200 किसान भी दीपक के साथ मिलकर काम कर रहे हैं|