New Delhi: अकसर देखा गया है कि बच्चों की इच्छाएं पूरी करने के लिए अभिवावक बच्चों को कम उम्र में दो पहिया वाहन दे देते हैं। बस यहीं से बच्चों को मन बढ़ जाता है, फिर वह न ही नियम-काननू का पालन करते हैं, और न ही अपनी जान का। एक बाइक पर तीन से चार लोग बैठकर सफर करते हैं। जिससे खतरा उनके जीवन पर भी होता है, और दूसरे लोगों पर भी। यह सिर्फ होता है उन अभिवावकों की वजह से जो अपने बच्चों को कम उम्र में दो पहिया थमा देते हैं। इसलिए बाइक की चाबी थमाने से पहले आप दूसरों की जान की परवाह कीजिए।
आईपीएस ने पोस्ट की फोटो
दो पहिया वाहन चलाते तीन छात्रों की फोटो ट्विटर पर एक आईपीएस ने पोस्ट की है। इस फोटो पर केपशन भी दिया गया है। केपशन देते हुए आईपीएस दिपांशु काबरा लिखते हैं कि अपराध होने की संभावना को खत्म करना अपराध रोकने का बेस्ट तरीका है। इसलिए मैं हमेशा जागरूकता व बेहतर संस्कार शिक्षा पर बल देता हूं। साथ ही उन्होंने अंग्रेजी में फोटो को लेकर लिखा कि पुरानी तस्वीर है। वह आगे लिखते हैं कि गैरकानूनी रूप से वाहन चलाते बच्चों के साथ अभिवावक भी दोषी हैं, जो नियम तोडऩे के लिए प्रेरित कर उन्हें गैरजिम्मेदार नागरिक बनाते हैं।
बच्चों को नियम कानून को पालन करना सिखाए
आईपीएस ने आगे लिखा कि अपने बच्चों को नियम-कानून का कड़ाई से पालन करना सिखाएं, 18 साल से कम उम्र के बच्चों को गाड़ी थमाकर आप उनमें गैर-जिम्मेदार बनने का जो बीज बोते हैं, वहीं उनमें आगे चलकर कानून का पालन न करने की आदत को डेवलेप करता है।
आगे चलकर यहीं बच्चे दुर्घटना के शिकार होते हैं
यह बच्चे खुद तो अपनी जान जोखिम में डालते ही हैं,साथ ही दूसरे लोगों के लिए भी खतरा बनते हैं।
सोशल मीडिया पर आई प्रतिक्रिया
आईपीएस के फोटो पोस्ट करने के दौरान काफी संख्या में लोगों ने आईपीएस की तारीफ की है। एक यूजर ने लिखा कि सर समय समय पर जागरूक करते रहिए। दूसरे यूजर लिखते हैं कि बच्चों को भी कम उम्र में बाइक नहीं चलानी चाहिए।