New Delhi: दिल्ली के मालवीय नगर में चलने वाले बाबा का ढाबा के बारे में आपने सुन लिया, अब हम आपको अम्मा के पराठे का स्टॉल चलाने वाली 75 साल की शांति देवी के बारे में बताने जा रहे हैं। जिन्होंने कभी भी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाए। उम्र के इस पड़ाव में भी वह दो वक्त की रोटी के लिए खुद काम करती रही। हाथरस जिले में घर-घर बथुए का साग बेचने वाली शांति देवी, जिनके सघर्ष को देखते हुए यूपी के मुख्यमंत्री ने मदद का हाथ बढ़ाया और हर संभव मदद करने का अधिकारियों को निर्देश दिया।
सोशल मीडिया पर हुआ था वीडियो वायरल
75 साल की शांति देवी सडक़ पर बथुए का साग बेचकर गुजारा करती थी। उनकी एक बेटी भी है। दोनों के लिए दो वक्त की रोटी के लिए अम्मा इस सर्द भरे मौसम में भी रोजाना बथुए के साग को बेचने के लिए निकल जाती थी। इसी दौरान एक शख्स को अम्मा की इस संघर्ष भरे लम्हें ने अंदर से झकझोर दिया। शख्स ने अम्मा का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।
वीडियो वायरल होने के बाद मदद के बढ़े हाथ
सोशल मीडिया अम्मा का वीडियो वायरल होने के दौरान लोग एक दूसरे को शेयर करने लगे। इसी बीच यह वायरल वीडियो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास भी पहुंचा। जिस पर सीएम ने संज्ञान लिया। उन्होंने जिला प्रशासन को तत्काल यथा संभव सहायता करने के लिए निर्देश दिए।
डीएम ने किया स्टॉल का उद्घाटन
जिला प्रशासन ने सरकारी योजनाओं के तहत उन्हें आजीविका चलाने के लिए एक अम्मा के पराठे नाम का एक स्टॉल लगवाने में मदद की। खास बात यह रही कि डीएम ने खुद इस स्टॉल का उद्घाटन किया।
अब लोगों को लजीज पराठे खाने को मिलेंगे
75 साल की अम्मा शांति देवी यूपी के मुख्यमंत्री व जिला के डीएम का धन्यवाद कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मेरी बहुत मदद की गई है।
उन्होंने कहा कि अब मेरा स्टॉल खुल गया है तो मैं लोगों को लजीज पराठे खिलाऊंगी। वहीं लोगों ने भी कहा है कि वह अम्मा के हाथों का पराठा खाने जरूर आएंगे।