पटना : कामयाबी किसी की मोहताज नहीं होती। बस हमारे अंदर कामयाबी का जुनून होना चाहिए। चाहे फिर हम सरकारी स्कूल में पढ़ें या प्राईवेट स्कूल में, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। कई बच्चों ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर कामयाबी का इतिहास भी रचा है। फर्क केवल इस बात से पढ़ता है कि हमारे मंसूबे कितने बड़े हैं और उन्हें सफल बनाने के लिए कितनी मेहनत करते हैं। आज हम ऐसे ही एक युवक की कहानी बयान करेंगे, जिसने सरकारी स्कूल से पढ़ाई करके भी खुद को एक शख्सियत साबित करके दिखाया है।
बिहार के आदित्य ने रचा इतिहास
यहां बात हो रही है बिहार के रहने वाले युवक आदित्य की। आदित्य ने अपनी शुरूआती शिक्षा एक सरकारी स्कूल से की और आज उन्हें दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों फेसबुक, गूगल, अमेजन तथा माईक्रोसाफ्ट से जॉब ऑफर की जा रही है। आदित्य सिद्वांत पूर्णिया बिहार के रहने वाले हैं। कटिहार से भी उनका गहरा ताल्लुक है। आदित्य ने अपनी शुरूआती पढ़ाई भवानीपुर के सरकारी स्कूल से ग्रहण की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी की शिक्षा ग्रहण करने का निर्णय लिया और इसके लिए वह गुवाहटी चले गए। वहां से उन्होंने आईआईटी की परीक्षा पास की ।
पिटसबर्ग से की मास्टर्स की डिग्री
आईआइटी पढऩे के बाद उन्होंने आगे की शिक्षा पिटसबर्ग यूनिवर्सिटी से करने का फैसला लिया और वह वहां के लिए रवाना हो गए। पिटसबर्ग से इंटरनेट टेक्नोलॉजी में मास्टर्स पूरी कर ली,जिसके बाद तो उनके पास नौकरियों के ऑफर आने लगे। इनमें से सबसे अधिक और शानदार नौकरी का ऑफर मिला दुनिया की सबसे जानी मानी कंपनी गूगल से। गूगल ने उनकी काबलियत को परखने के बाद 2.3 करोड़ रुपए की नौकरी की पेशकश दी। हालांकि इससे पहले भी उन्हें कई बड़ी कंपनियों ने अपने संस्थान में नौकरी की पेशकश की, मगर गूगल का ऑफर इनमें से सबसे बड़ा था।
आदित्य को मिल चुके हैं कई पुरस्कार
आदित्य को इस कामयाबी से पहले भी कई बड़े पुरस्कार हासिल हो चुके हैं। माईक्रोसाफ्ट कंपनी ने भी आदित्य को अपने सबसे बड़े पुरस्कार से सम्मानित किया है। माईक्रोसाफ्ट ने उन्हें रिचर्ड आवार्ड से नवाजा है। इसके साथ साथ आदित्य अमेरिका के प्रतिष्ठित एक्सप्रेस एनालाइज पुरस्कार भी ग्रहण कर चुके हैं। सिटीमेल न्यूज ऐसे युवाओं को उनकी सफलता के लिए शुभकामनाएं देता है। ऐसे युवा अपनी काबलियत के दम पर ना केवल अपने परिवार बल्कि अपने देश का नाम भी रोशन करते हैं। आदित्य जैसे युवा हकीकत में बधाई के पात्र हैं।