New Delhi: बिहार के ग्रामीण इलाकों में अकसर गांव की बेटियों की शादी कम उम्र में कर दी जाती है और यह रीति-रिवाज आज भी जारी है। यही वजह है कि अभिलाषा के माता-पिता भी उनकी शादी करना चाहते थे। लेकिन अभिलाषा ने साफतौर पर अपने परिवार को कह दिया कि जब मेरा सपना पूरा होगा तभी मैं शादी करूंगी। जी हां आपने ठीक सुना। आज बात ऐसी आईएएस अफसर की। जिन्होंने आईएएस बनने के लिए शादी करने का विचार भी त्याग दिया था। उन्होंने परिवार से कहा था कि जब मैं आईएएस बन जाऊ। तब मेरी शादी करवा देना। इस पर परिवार ने भी बेटी का साथ दिया। चलिए जानते हैं बिहार की अभिलाषा के बारे में
साल 2014 में पहली बार दी परीक्षा
अभिलाषा ने अपने सपने को पूरा करने के लिए साल 2014 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी। लेकिन वो इस परीक्षा में पहले चरण को भी पार नहीं कर पाई। जिससे उन्हें बेहद ही निराशा हुई। इसके बाद उन्होंने दो साल तक परीक्षा नहीं दी बल्कि परीक्षा की तैयारी की। अभिलाषा बताती हैं कि शादी का दबाव बन रहा था। इस बीच मैं रिस्क नहीं लेना चाहती थी। इसलिए मैंने दो साल तैयारी में लगाए।
साल 2016 में दोबारा दिया परीक्षा
अभिलाषा ने साल 2016 में लंबी तैयारी के बाद परीक्षा दी। जिसमें वह सफल भी हुई हैं। उन्हें 308वीं रैंक मिली। उनका सेलेक्शन आईआरएस सेवा के लिए हुआ। लेकिन अभिलाषा का सपना तो अभी भी अधूरा ही था। अभिलाषा कहती हैं कि मैंने .यूपीएससी तो पास कर ली पर मेरा सपना अभी भी अधूरा सा ही था। मुझे सरकारी जॉब में बड़ा पद चाहिए था।
2017 में फिर की कोशिश
अभिलाषा ने एक बार फिर साल 2017 में परीक्षा दी। उन्होंने परीक्षा के तीनों राउंड को पार किया, और 18वीं रैंक लाकर उन्होंने यूपीएससी पास की, और आईएएस बनी। अभिलाषा कहती हैं उनके बचपन का सपना साकार हुआ।
पढ़ाई में रही है होशियार
अभिलाषा बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार रही है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि उन्होंने 10वीं व 12वीं परीक्षा के दौरान टॉप किया था। बताया जाता है कि इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी की और परीक्षा दी। जिसमें उन्हें सफलता हाथ लगी, और उन्होंने महाराष्ट्र के कॉलेज से बीटेक किया। उन्होंने इसके बाद नौकरी की और अन्य परीक्षा की तैयारी की।