यूपीएससी पास करने के लिए आमतौर पर कोचिंग लेने का चलन सा है। इसके लिए कैंडिडेट्स ग्रेजुएट करने के बाद यूपीएससी करने का सपना देखते हैं। वह सब कुछ छोडक़र इसके लिए मंहगी कोचिंग लेते हैं। रात दिन पढ़ाई भी करते हैं और कई बार तमाम प्रयास के बावजूद वह पास होने से वंचित रह जाते हैं। जिस तरह से युवाओं में यूपीएससी के प्रति रूझान बढ़ रहा है, उसे देखते हुए कोचिंग सेंटर का काम भी तेजी पकड़ गया है। कई लोगों ने शानदार कोचिंग सेंटर खोल लिए हैं। अधिकांश के कोचिंग सेंटर अच्छे भी चल रहे हैं।
मगर इस शख्स ने की अनोखी तैयारी
पंरतु आज की इस स्टोरी में हम आपको ऐसे शख्स से रूबरू करवाएंगे, जिन्होंने यूपीएससी करने के लिए ना तो अपनी नौकरी छोड़ी और ना ही कोचिंग ली। वह नौकरी करते हुए ही मात्र इंटरनेट से शिक्षा लेकर आईएएस अधिकारी बनने में सफल रहे। इस शख्स का नाम है आलोक सिंह , जिनके पिता मूल रूप से बिहार के हैं। मगर आलोक का जन्म और पढ़ाई लिखाई यूपी नोएडा से ही हुई।
इंजीनियरिंग के बाद मिली जॉब
मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद आलोक को स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया में जॉब मिल गई। नौकरी के दौरान आलोक को आदिवासी जनजातीय इलाके में जाने का मौका मिला। उन्हें देखकर आलोक काफी दुख हुआ। आदिवासियों के जनजीवन और मूलभूत सुविधाएं ना होने पर वह परेशान हो गए। उन्हें पीने के लिए पानी तक उपलब्ध नहीं था
इस तरह से चुना आईएएस का रास्ता
यह देखकर ही आलोक ने उनके लिए कुछ करने का निर्णय लिया। इसके लिए उन्होंने यूपीएससी का रास्ता चुना। आलोक ने इसके लिए तैयारी शुरू की। मगर कम समय होने की वजह से आलोक यूपीएससी ईपीएफओ में चुने गए। इसके बाद उन्होंने तीन बार प्रयास किए और तीसरी कोशिश रंग लाई और वह आईएएस के लिए सलेक्ट हो गए।
तीन बातों पर ध्यान देने की सलाह
दिल्ली नॉलेज टे्रक से बात करते हुए आलोक ने कहा कि यूपीएससी की तैयारी करने के लिए तीन चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए पहली बात यह है कि यूपीएससी के लिए बनाई गई बुक्स पर ही ध्यान देने की जरूरत है। उसी में से पढ़ाई करनी चाहिए। हर सब्जेक्ट के लिए एक ही किताब का इस्तेमाल करें। इसका लाभ रिवीजन के समय मिलता है। दूसरा यह है कि अखबार और मैगजीन पढऩा बहुत ही लाभदायक रहता है। तीसरा यह है कि टेस्ट सीरिज पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। इस दौरान अपनी गलतियों पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी होता है। इसके अंतर्गत पहले तैयारी और बाद में उसका रिवीजन काफी कारगर साबित होता है।