सभी युवा अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं लेकिन यदि किसी के सामने 22 लाख की नौकरी और सपने को रख दिया जाए तो ज़्यादातर लोग सपनों को छोड़कर 22 लाख की नौकरी को ही चुनेंगे| लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए 22 लाख की नौकरी को ठुकरा दिया और IAS बन गए| हिमांशु ने नौकरी और सपनों में से सपनों को चुना भी और उन्हें बखूबी पूरा भी किया|
आइए जानते हैं हिमांशु के बारें में
IAS हिमांशु जैन हरियाणा राज्य के जींद ज़िले के निवासी हैं| साथ ही वह IAS के पद पर भी कार्यरत हैं| आज हिमांशु ने यह साबित कर दिया कि सपनों के सामने पैसों का कोई मोल नहीं है| जिस समय युवा एक अच्छी नौकरी की तलाश में रहते हैं उस समय में हिमांशु ने 22 लाख की नौकरी को ठुकरा कर सपनों को चुना और उन्हें पूरा भी किया |
बचपन में कलेक्टर की पावर देखकर खुद कलेक्टर बनने का ठाना
बता दें कि हिमांशु बचपन से ही कलेक्टर बनना चाहते थे| एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि एक बार उनके स्कूल में निरीक्षण के लिए कलेक्टर आए तब हिमांशु कलेक्टर की पावर को देखकर बहुत प्रभावित हुए| तभी से उन्होंने कलेक्टर बनने का ठान लिया| अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए हिमांशु ने 22 लाख की नौकरी को ठुकरा दिया|
Amazon जैसी बड़ी कंपनी में मिली थी नौकरी
हिमांशु की पढ़ाई हैदराबाद के IIIT से पूरी हुई है उसके बाद हिमांशु को amazon कंपनी में इंटर्नशिप करने का अवसर मिला| कुछ समय बाद हिमांशु को amazon ने 22 लाख की नौकरी करने का अवसर दिया| लेकिन हिमांशु के लिए पैसों से ज्यादा सपनों की कीमत थी तभी उन्होंने 22 लाख की नौकरी के लिए मना कर दिया और UPSC की तैयारी में जुट गए|
चाचा-चाची ने दिया साथ और बन गए IAS अफसर
हिमांशु के चाचा-चाची ने इस सपने को पूरा करने में हिमांशु का बहुत साथ दिया है| चाचा-चाची ने ही हिमांशु को रात दिन पढ़ाया, उनके साथ मेहनत की और इसी के परिणामस्वरूप हिमांशु ने यूपीएससी की परीक्षा न सिर्फ पास की अपितु उसमें 44वीं रैंक भी हासिल की| वर्तमान में हिमांशु IAS अफसर के पद पर रहकर देश की सेवा कर रहे हैं|