आमतौर पर चुनाव में जीत के बाद लोगों को ढोल-नगाड़े बजाते हुए या फिर नाचते-गाते हुए देखा जाता है लेकिन पति को कंधे पर बैठाकर पूरे गाँव में घूम-घूमकर खुशी मनाना शायद ही कभी देखने को मिला हो| लेकिन हाल ही में ऐसा वाक्य महाराष्ट्र में पुणे के एक गाँव में ग्राम पंचायत चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद देखा गया| जिसे सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल किया जा रहा है| आइए जानते हैं इस वाक्य के पीछे की पूरी कहानी|
पति की जीत के बाद रेणुका ने पति को कंधों पर बैठाकर मनाया जीत का जश्न
हाल ही में महाराष्ट्र में पुणे के पालु गाँव में ग्राम पंचायत के चुनाव हुए जिसमें रेणुका के पति संतोष शंकर गुरव ने जीत हासिल की| जिसके बाद संतोष की पत्नी रेणुका की खुशी का ठिकाना नहीं था| रेणुका अपने पति की जीत से इतनी खुश थी कि उन्होंने अपने पति संतोष को कंधों पर उठा लिया और उन्हें कंधों पर बैठाकर पूरे गाँव में घूमने लगी|
कोरोना के चलते नहीं मना पाईं जश्न तो पति को उठाया कंधों पर
अमूमन महाराष्ट्र में किसी भी प्रकार की जीत के बाद प्रत्याशी को कंधों पर उठाकर जश्न मनाया जाता है| लेकिन कोरोना के चलते ज़िला प्रशासन ने 5 से ज़्यादा लोगों के जमा होने पर रोक लगा रखी है| इसी कारण से रेणुका ने अपने पति को कंधों पर उठा लिया और अपने कंधों पर बैठाकर संतोष को पूरे गाँव की सैर कराने लगीं|
44 वोटों से जीते संतोष
बता दें कि संतोष और उनके विपक्षी प्रत्याशी में बहुत ही कम वोटों का फासला था| संतोष ने कुल 221 वोट हासिल किए थे| मात्र 44 वोटों से संतोष ने जीत हासिल की है| पति की इस ऐतिहासिक जीत पर रेणुका खुद को नहीं रोक पाईं और उन्होंने खुशी ज़ाहिर करने के लिए अपने पति संतोष को कंधों पर उठा लिया| रेणुका का यह विडियो और उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं|