लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और उनकी आईएएस बेटी अंजलि बिरला यूपीएससी परीक्षा में पास होने को लेकर खासी सुर्खियों में है। ऐसे ही चर्चाओं के बीच आईएएस अजंलि बिरला ने मीडिया के सामने आकर उन्हें लेकर चलाए जा रहे कैपेंन के प्रति अपनी ओर से स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के प्रति भी एक नियम होना चाहिए, जोकि दूसरों को बेजवह ट्रोल कर परेशान करते हैं। आज उन्हें निशाना बनाया जा रहा है, कल किसी और का नंबर होगा।
यूपीएससी पास कर आईएएस बनी है अजंलि
बता दें कि ओम बिरला की बेटी अजंलि ने हाल ही में पहली दफा में ही यूपीएससी की सीएसई परीक्षा को पास किया है। इसे लेकर लोग उन्हें लेकर माहौल बनाकर तमाम प्रकार की अफवाहें फैला रहे हैं। अजंलि बिरला ने कहा कि अफवाह फैलाने वालों को भी जवाबदेह बनाए जाने की जरूरत है।
सोशल मीडिया पर हो रहा है प्रचार
बता दें कि अजंलि बिरला ने हाल ही में यूपीएससी परीक्षा को पास किया है। मगर सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर ये प्रचार किया जा रहा है कि अपने पिता एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रभाव की वजह से उन्हें बैकडोर से आईएएस अधिकारी बनाया गया है। अजंलि बिरला का यूपीएससी परिणाम आने के बाद से सोशल मीडिया पर वह ट्रोलर के निशाने पर हैं।
मीडिया के सामने रखी अपनी बात
ऐसी चर्चाओं से परेशान होकर अजंलि बिरला ने मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि ऐसी अफवाहों से वह और अधिक मजबूत हुई हैं। हालांकि शुरू में वह ऐसी बात से बेहद दुखी थी, मगर अब वह इनसे उभर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि वह यूपीएससी की तैयारी को लेकर शुरू से ही रात दिन मेहनत कर रही हैं। यूपीएससी की परीक्षा एक साल के समय में तीन चरणों में होती है। ऐसे में वही आईएएस अधिकारी बन सकता है, जोकि इन तीनों चरणों को पास कर पाए। यूपीएससी सीएसई परीक्षा पूरी तरह से स्वच्छ व निष्पक्ष माहौल में होने वाली परीक्षा है।
अजंलि ने ट्रोलर पर नाराजगी जताई
अजंलि बिरला ने ऐसे ट्रोलर के गैर जिम्मेदाराना रवैये को लेकर उन्हें जवाबदेह बनाने की बात कही है। 24 वर्षीय यह नवनियुक्त आईएएस अधिकारी कहती है कि उन्होंने बैक डोर से कोई एंट्री नहीं ली है। इसलिए इस निष्पक्ष व सम्मानित संस्थान की प्रतिष्ठा से खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए। उनके अनुसार मेरे करीबी दोस्त जानते हैं कि उन्होंने इस परीक्षा को पास करने को लेकर कितनी मेहनत की है। अजंलि का कहना है कि उन्हें तीनों चरणों में पास होने के दस्तावेज भी दिखाने पड़ रहे हैं। इसलिए उनकी विनती है कि लोग इस तरह की अफवाह उड़ाने से बाज आएं।