कई लोगों को जुनून होता है कि वह हर काम को पूरा करके ही दम लेते हैं। चाहे इसके लिए उन्हें कुछ भी और कितना भी रुपया क्यों ना खर्च करना पड़े। आज हम आपको एक ऐसे ही युवक की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने अपना ड्राईविंग टेस्ट पास करने के लिए सारी हदें पा कर दी। मगर तमाम कोशिशों के बावजूद उसने यह टेस्ट पास करके ही दम लिया। आमतौर पर ड्राईविंग टेस्ट में लोग जरूर फेल होते होंगे। एक बार दो बार या फिर तीन बार। बहुत हो गया तो अधिक से अधिक 8 से 10 बार फेल हो गए होंगे। मगर ये युवक अपने ड्राईविंग टेस्ट में 157 बार फेल हुआ। इसके बावजूद उसने हिम्मत नहीं हारी और अंत में 158 वीं बार जब उसने फिर से टेस्ट दिया तो यह उसके लिए दुनिया जहान की सबसे बड़ी खुशी थी। इस बार वह टेस्ट में पास हो गया और उसने इसे अपनी खुशकिस्मती ही मानी।
इंगलैंड के युवक की है ये कहानी
ये कहानी है इंगलैंड के रहने वाले एक युवक की। इस युवक के बारे में सिलेक्ट कार लाईजिंग के निदेशक का कहना है कि इतनी बार टेस्ट देने के लिए फीस भी भरनी पड़ती है। इस व्यक्ति ने 158 बार टेस्ट देने के लिए करीब 3000 पाऊंड खर्च किए होंगे जोकि भारतीय करेंसी अनुसार 3 लाख रुपए बनते हैं। इस प्रक्रिया से गुजरने के दौरान फेल होने पर आपके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं होता है, सिवाय इसके कि आप बार बार तब तक टेस्ट देते जाएं, जब तक आप पास नहीं हो जाते हैं। इस काम के लिए निर्धारित फीस भी जरूर भरनी पड़ती है। हर बार टेस्ट देने के लिए हर बार फीस भी चुकानी होती है।
ये महिला भी हुई 117 बार फेल
इसी तरह से कई और लोग भी हैं, जोकि काफी अधिक प्रयास करने के बाद भी इस ड्राईविंग टेस्ट में पास नहीं हो पाए हैं। ऐसी ही एक महिला भी है,जिसने 117 बार टेस्ट दिया, मगर फिर भी वह पास नहीं हो पाई है। इस महिला ने 117 बार थ्योरी टेस्ट दिया है, मगर फिर भी वह उसे पास नहीं पाई थी। इंगलैंड में इसे अब तक सबसे खराब प्रदर्शन कहा गया है। इस महिला के अलावा भी तीसरे पायदान पर एक और महिला है। इस 48 साल की महिला ने 93 बार टेस्ट दिया और फेल रही। 94 बार दिए गए टेस्ट में ही वह पास हो पाई। इस तरह से इंगलैंड में लोगों को ड्राईविंग लाईसेंस पाने के लिए इस परीक्षा से गुजरना ही पड़ता है। वर्ना तो आपको वाहन चलाने की अनुमति नहीं मिलती है।