New Delhi: कहानी सुनने का एक दौर था। जब बड़े-बुजुर्ग के पास बैठने के दौरान वह भूत-प्रेत से लेकर राजा-रानी की कहानी सुनाते थकते नहीं थे। हालांकि बदलते दौर में लोगों को सोशल मीडिया से ही फुरसत नहीं है। बहरहाल आज हम आपको एक ऐसी नानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो एक नहीं बल्कि 10 हजार बच्चों की नानी है। अरे ज्यादा सोचिए मत। यह नानी इन 10 हजार बच्चों को कहानी सुनाती है। इसलिए बच्चे इन्हें प्यार से नानी कहते हैं। इस नानी का नाम सरला मिन्नी है। चलएि जानते हैं इनके बारे में
कहानी सुनाने का दौर जारी रखा
भले ही अब कहानी सुनाने की परंपरा धीरे-धीरे खत्म हो रही है। लेकिन सरला ने इस परंपरा को खत्म नहीं होने दिया है। मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली सरला यूं तो बेंगलुरु में रहती हैं, लेकिन उनकी कहानी सुनने वालों की संख्या अब हजारों में है। उनके द्वारा कहानी को एक वीडियो में रिकॉर्ड कर बच्चे अपनी पसंद से हिन्दी व अंग्रेजी में सुनते हैं।
ऐसे हुई शुरुआत
सरला बताती हैं कि वह अपने पोते व नाती को काफी समय से कहानियां सुनाती आ रही हैं। हालांकि बीते तीन साल से मैं कहानी वाली नानी बन गई हूं। वह बताती हैं कि सूरत में रहने वाली उनकी भतीजी ने एक दिन कहानी रिकॉर्ड करके भेजने को कहा। मैंने ऐसा ही किया। सरला बताती हैं जहां भी उनकी कहानी पहुंची, बच्चों ने काफी पसंद किया।
टेलीग्राम पर कहानियां भेजती हैं
सरला बताती हैं कि शुरुआत में वॉट्सएप पर एक ग्रुप बनाया। जिसमें 10 हजार से ज्यादा नंबर जुड़े। हालांकि ज्यादा संख्या होनी की वजह से वॉट्सऐप क्रैश हुआ। इसके बाद बच्चों को टेलीग्राम के माध्यम से कहानियां भेजी जा रही हैं।
विदेशों में भी हैं चर्चे
सरला की कहानियों के चर्चे सिर्फ भारत तक ही नहीं बल्कि ब्रिटेन, अमेरिका जैसे कई देशों में है। वह बताती हैं कि लगभग 40 सालों से वह घर में कहानियां सुना रही हैं।
क्या कहती हैं सरला
सरला बताती हैं कि उन्होंने कहानी के एवज में कभी यह नहीं सोचा कि इनसे पैसे भी कमाए जा सकते हैं. वह कहती हैं कि मैं हमेशा अपनी कहानी फ्री में सुनाती हूं। हालांकि कई बार मुझे लोगों ने कहा कि इसके बदले में आप पैसा चार्ज क्यों नहीं करती। सरला कहती हैं कि मेरे लिए कहानी सुनाने की परंपरा जिंदा रहनी चाहिए। बाकी आगे भी कहानी सुनाने का दौर जारी रहेगा।