देश और दुनिया के जाने माने उद्योगपति रतन टाटा अक्सर अपनी मानवता को लेकर लोगों के बीच सुर्खियों में रहते हैं। वह अपनी बेबाक बात कहने के लिए भी जाने जाते हैं। देश में चाहे कोई भी राजनैतिक दल हो या राजनेता, उनकी दिल से इज्जत करता है। रतन टाटा भी अपने दिल में देश के लिए भरपूर आदर सत्कार व मानवता रखते हैं। इसी प्रकार से वह अपनी कंपनी में काम करने वाले हर कर्मचारी का भी ध्यान रखते हैं। कोरोना का संकट काल हो या फिर मुंंबई के ताज होटल पर हमले का प्रकरण। रतन टाटा ने जहां इस संकट काल में देश को सबसे अधिक आर्थिक सहायता देने का दिल दिखाया, वहीं ताज होटल पर हमले में शहीद हुए कर्मचारियों को उन्होंने दिल से मान सम्मान दिया। उनके घर वालों को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई। यही वजह है कि टाटा परिवार को इस देश के लोग भी दिल से प्यार करते हंै। रतन टाटा की एक और खासियत यह भी है कि वह किसी विवाद में नहीं रहते।
हर दिल अजीज हैं रतन टाटा
स्वच्छ छवि के हरदिल अजीज रतन टाटा को इन दिनों सोशल मीडिया पर हजारों लाखों लोग दुआएं व प्यार दे रहे हैं। दरअसल उन्हें इतना सम्मान देने का असल कारण यह है कि वह पिछले दिनों अपने एक बीमार पूर्व कर्मचारी के घर उनका हालचाल देखने के लिए पहुंच गए। रतन टाटा को पता चला था कि उनके एक पूर्व कर्मचारी पिछले दो साल से बीमार हैं। यह पता चलते ही वह बिना किसी को बताए चुपचाप पुणे स्थित उस कर्मचारी के घर पहुंच गए।
रतन टाटा को देखकर हैरान रह गए सभी
रतन टाटा को अपने घर देखकर कर्मचारी व उनका परिवार हक्का बक्का रह गया। उनके मुंह से केवल आभार के बोल ही निकल रहे थे। उन्हें अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था। मगर यह बिल्कुल सच था कि रतन टाटा उनके घर पर बैठे हैं। वहीं दूसरी ओर देश में ऐसे भी कई बड़े बिजनेसमैन हैं, जिन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और वह अपने कर्मचारियों की सुध लेने की कोशिश भी नहीं करते। मगर दूसरी ओर यही फर्क रतन टाटा को देश का सबसे दरियादिल और महान उद्योगपति होने का गौरव प्रदान करता है।