आज हम आपको ऐसे दो दोस्तों की कहानी बताने वाले हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और बुलंद हौंसलों के दम पर एक डेयरी का बिजनेस शुरू किया और आज अच्छा खासा कमा रहे हैं। इनमें से एक दोस्त ने तो नया स्टार्टअप शुरू करने के लिए एक करोड़ रुपए पैकेज की नौकरी तक छोड़ दी। दोनों दोस्तों ने लोगों तक घर पर ही शुद्व दूध और डेयरी प्रोडेक्ट पहुंचाने का निर्णय लिया और आज उनका यह व्यापार दौडऩे लगा है।
ये कहानी है मनीष और आदित्य की
यह कहानी है झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले मनीष और उनके दोस्त आदित्य की। मनीष आईआईएम से स्नातक हैं और करीब 14 देशों में वह काम करने का अनुभव हासिल कर चुके हैं। वर्ष 2017 में मनीष पीयूष ने टाटा मोटर्स में जीएम के तौर पर काम कर रहे थे। इस दौरान वह एक बिजनेस मीट में रांची आए थे। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2019 में टाटा मोटर्स की एक करोड़ रुपए की सालाना नौकरी छोडक़र इस नए स्टार्टअप को शुरू करने के अभियान से जुड़ गए। इस बिजनेस में उन्होंने शुरूआत में दस लाख रुपए का निवेश किया और प्योरेश डेली नाम से अपना ब्रांड तैयार कर लिया।
आर्गेनिक और शुद्व डेयरी प्रोडेक्ट शुरू किए
मनीष ने अपने प्योरेस डेली स्टार्टअप के माध्यम से करीब 1500 लोगों को ग्राहक के तौर पर जोड़ा है। वह लोगों तक गाय का आर्गेनिक दूध और 30 से 35 तरह के कैमिकल फ्री डेयरी प्रोडेक्ट पहुंचाने का काम कर रहे हैं। अपने इस काम से उन्होंने इस थोड़े से समय में इस कंपनी का तीन करोड़ रुपए का टर्नओवर पहुंचा दिया है। उनकी इस कंपनी का मार्केट वैल्यू भी बढऩे लगा है। एक अनुमान के अनुसार इस नए स्टार्टअप की मार्केट वैल्यू पंद्रह करोड़ रुपए तक हो गई है।
इस तरह से नौकरी छोड़ शुरू किया बिजनेस
मनीष और आदित्य ने अपनी पढ़ाई रांची में की है। इसके बाद उन्होंने बिड़ला शिक्षण संस्थान रांची से इंजीनियरिंग पूरी की। इंजीनियरिंग करने के बाद मनीष ने टाटा गु्रप में नौकरी ज्वाइंन कर ली। उन्होंने आईआईएम इंदौर से एमबीए भी किया, इसके बाद वह टाटा गु्रप की ओर से विदेश में चले गए। मनीष ने बताया कि उन्होंने 2009 से 2017 तक 14 देशों में काम किया है। वह एक बिजनेस मीट में झारखंड गए, तब उन्हें अपना स्टार्टअप का विचार आया। उन्होंने इसके लिए अपने दोस्त आदित्य से संपर्क किया और बिजनेस शुरू करने का सुझाव दिया। दोनों दोस्तों ने अपनी अपनी नौकरी छोड़ी और बिजनेस करने के लिए रिसर्च पर ध्यान दिया।
इस तरह से शुरू किया ये कारोबार
इस दौरान वह एक दूध बनाने वाली कंपनी के संपर्क में आए और देखा कि किस तरह से उन्हें मिलावट वाला दूध पीना पड़ रहा है। इसके बाद दोनों ने डेयरी प्रोडेक्ट का बिजनेस शुरू करने का निर्णय लिया। शुरू में उन्होंने दस लाख रुपए के निवेश से पांच गाय खरीदी । इन गायों को उन्होंने खेतों से शुद्व चारा और जूड़ी बूटी खिलानी शुरू की। यह देखकर वह हैरान रह गए कि इस खाने के बाद उनकी गाय बढिय़ा गुणवत्ता का दूध दे रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने उन लोगों को अपने साथ जोड़ा, जिनके पास खुद की बाईक हैं। इनके माध्यम से उनकी कंपनी शुद्व डेयरी प्रोडेक्ट की सप्लाई करती है।
आदित्य और मनीष के पास 100 गाय हैं
आदित्य और मनीष की कंपनी छोटी और बड़े डेयरी वालों को भी अपने साथ जोड़ रहे हैं, मगर शर्त ये है कि वह उनके द्वारा बताया गया खाना ही गायों को खिलाएं तथा हाईजीन का पूरा ध्यान रखें। वह कुछ नए स्टार्टअप को भी सहायता दे रहे हैं और उनका सारा दूध खुद ही खरीद रहे हैं। वह उन सभी को अपनी शर्त के हिसाब से चलाने की हिदायत देते हैं, ताकि उनका सारा प्रोडेक्ट शुद्व हो। इसके लिए वह उन लोगों को मार्केट से पांच रुपए अधिक देते हैं। फिलहाल आदित्य और मनीष के पास 100 गाय हैं और करीब इतने ही लोग उनकी सप्लाई चेन से जुड़े हुए हैं। जिन्हें वह रोजगार दे रहे हैं। इस तरह से दोनों दोस्त एक नए आईडिए के साथ इस बिजनेस में आए और सफलता की पूरी कहानी लिख दी।