इस आधुनिक युग में आज भी कई लोग अपना वंश आगे बढ़ाने के लिए बेटा ही पैदा हो, ऐसी कामना करते हैं। मगर इसके बावजूद कई लोगों ने अपनी बेटियों को इतना काबिल बनाया है कि वह बेटों से भी आगे निकल गई हैं। चांद पर पहुंचकर बेटियों को खुद की काबलियत को साबित कर दिखाया है। ऐसी ही एक और होनहार बेटी की हम यहां बात करेंगे, जिन्होंने दुनिया की सबसे लंबे हवाई रूट पर विमान चलाकर जहां इतिहास बना दिया है, वहीं भारत देश के लिए भी यह बड़े गर्व की बात है।
इस बेटी का नाम है जोया अग्रवाल
इस बेटी का नाम है जोया अग्रवाल, जोकि भारतीय विमान कंपनी एयर इंडिया की कैप्टन हैं। जोया ने हाल ही में एक बड़ी चुनौती को अपने हाथ में लिया है। उन्हें दुनिया के सबसे लंबे व खतरनाक हवाई रूट पर एयर इंडिया के विमान को उड़ाने की चुनौती मिली है, जिसे उन्होंने हंसते हुए स्वीकार भी किया है।
दुनिया के सबसे खतरनाक रूट की मिली चुनौती
जोया को एयर इंडिया ने दुनिया के सबसे लंबे व खतरनाक हवाई रूट नॉर्थ पोल को फतेह करने की चुनौती दी। इसे स्वीकार करते हुए जोया ने अपनी महिला पायलटों की टीम के साथ स्वीकार कर लिया। उनकी इस टीम में कैप्टन थनमई पपागड़ी, आकांक्षा सोनवणे और शिवानी मन्हास शामिल हैं। इन सभी को एयर इंडिया ने जिम्मेदारी सौंपी कि उन्हें बोईंग-777 को लेकर पोलर रूट से सैन फै्रंसिस्को से बैंगलुरू लाना होगा। बता दें कि एयर इंडिया ने 16000 किलोमीटर के इस सफर के लिए इन महिलाओं पर विश्वास जताया है। एयर इंडिया के अधिकारियों का कहना है कि नार्थ पोल से विमान उड़ाना बेहद ही खतरनाक और चुनौतीपूर्ण होता है।
अनुभवी पायलटों का करती है चयन
एयरलाईंस इस रूट पर अपने सबसे अनुभवी और मेहनती पायलटों का चयन करती हैं। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार जोया अग्रवाल ने कहा कि एयर इंडिया ने इस चुनौती पूर्ण कार्य के लिए उन्हें चुना है, वह इस फैसले से खुद को सम्मानित महसूस कर रही हैं और उनकी सभी साथी पायलट इससे खुद को गौरांविन्त महसूस कर रही हैं। सभी बेहद ही उत्साहित भी हैं, उनके अनुसार दुनिया में बहुत से लोग नार्थ पोल या उसका मेप भी नहीं देख पाते हैं, जबकि वह इस रूट पर उड़ान भर रहे हैं।
महिलाओं में होना चाहिए आत्मविश्वास
कैप्टन जोया के अनुसार यह उड़ान उनके लिए बेहद ही रोमांच से भरी है। उत्तरी ध्रुव से गुजर रहे हैं और विमान 180 डिग्री तक घुमेगा, यह वास्तव में उनके लिए बेहद ही आकर्षक है। बता दें कि जोया इससे पहले वर्ष 2013 में बोईंग-777 उड़ाने वाली देश की सबसे युवा महिला पायलट का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। उनके अनुसार महिलाओं में आत्मविश्वास होना चाहिए, तब वह किसी भी बड़ी चुनौती को स्वीकार कर सकती हैं। महिलाएं किसी भी काम को मुश्किल ना मानें और अपने आत्मविश्वास के बल पर उसे आसानी से पूरा करें।