वर्तमान समय में बहुत कम लोग ही मानवता की परीक्षा पर खरे उतर पाते हैं| ऐसे समय में आज भी एक ऐसा संगठन है जो जरूरतमंदों की मदद करता है और उनके भविष्य को संवारता है| जिसका नाम है उदावम करंगल| 4 साल से गुमशुदा शख्स को उसके परिवार से मिलाकर उदावम करंगल ने एक बार फिर मानवता की मिसाल को पेश किया है|
2016 में राजेश ने छोड़ दिया था घर
बता दें कि जिस शख्स को उदावम करंगल ने उसके परिवार से मिलाया है उनका नाम राजेश है| राजेश को नशा करने की आदत थी और इसी लत के चलते उन्होंने 2016 में अपना घर छोड़ दिया था| उनके परिवार ने राजेश को हर जगह ढूंढा लेकिन वह कहीं नहीं मिले| यहाँ तक कि राजेश के घर वालों ने राजेश के मिलने की उम्मीद तक छोड़ दी थी|
उदावम करंगल के सदस्यों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर मिले राजेश
दरअसल राजेश 1 जनवरी को मदुरै के राष्ट्रीय राजमार्ग पर उदावम करंगल के सदस्यों को मिले| उसके बाद उदावम करंगल के सदस्यों ने इशारों की भाषा में राजेश से पूछा कि क्या वह उनके साथ उदावम करंगल के केंद्र में जाना चाहते हैं? जिसके लिए राजेश ने उन्हें सहमति दी और उन्हें उदावम करंगल के केंद्र में ले गए|
उदावम करंगल ने पूरे 10 दिन की राजेश की सेवा
उदावम करंगल के सदस्य राजेश को केंद्र ले आए और यहाँ उनकी जांच एक मनोवैज्ञानिक चिकित्सक से कराई| डॉ के द्वारा लिखी दवाइयों का नियमित सेवन भी राजेश को कराया गया और साथ ही उनके परिवार को ढूँढने की कोशिश भी की गई| जब उनके परिवार का पता चला तो उदावम करंगल के सदस्यों ने उनके परिवार को फोन किया और उन्हें राजेश से मिलने के लिए बुला लिया|
4 साल बाद मिले अपने परिवार से, परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था
राजेश के भाई को जैसे ही राजेश की खबर मिली वह तुरंत मदुरै के लिए निकाल पड़े और मदुरै पहुँचकर अपने भाई से मिले| राजेश से मिलकर उनके भाई की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था| 11 जनवरी को राजेश भाई उन्हें अपने साथ उनके घर ले गए और आज राजेश अपने परिवार के साथ रह रहे हैं और साथ ही उनका इलाज भी चल रहा है|