आटो इंडस्ट्रीज और एयरोस्पेस में तहलका मचाने के बाद दुनिया के नंबर-1 अमीरों में शुमार एलन मस्क जल्द ही चीन और इंडिया में बड़ा धमाका करने जा रहे हैं। उनकी एयरोस्पेस कंपनी ने इंटरनेट सर्विस के लिए 1000 से भी ज्यादा सैटेलाईट छोडक़र इस क्षेत्र की अन्य कंपनियों के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। मस्क की कंपनी अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन सहित कई देशों में अपने ग्राहकों को जोडऩे की दिशा में तेज गति से काम कर रही है। जिसमें उसे बड़ी सफलता भी मिल रही है।
ऑटो के बाद इंटरनेट बाजार पर नजर
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार एलन मस्क की कंपनी ऑटो इंडस्ट्रीज पर कब्जा करने के बाद अब इंटरनेट की दुनिया में अपना वर्चस्व बनाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए उसकी सीधी नजर चीन और भारत के बाजार पर है। इन दोनों देशों में इंटरनेट की जबरदस्त डिमांड देखते हुए वह इन बाजारों पर कब्जा करना चाह रहे हैं। उनका अनुमान है कि इंटरनेट का यह बाजार कम से कम एक ट्रिलियन डॉलर का है।
इस तरह से तहलका मचा रहे हैं मस्क
मीडिया रिपोटर्स के अनुसार एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स अपने फॉलकोन 9 राकेटस से स्टारलिंक सेटेलाईटस लांच करने की तैयारी युद्वस्तर पर कर रही है। यह कंपनी एक बार में कम से कम 60 रॉकेट भेजकर तहलका मचाने वाली है। बताया गया है कि आर्बिट में इस कंपनी ने अपने 960 सैटेलाईट एक्टिव कर लिए हैं, जोकि बहुत बड़ी खबर मानी जा सकती है। इसके बाद स्पेक्सएक्स अपनी शानदार कार्यप्रणाली के दम पर नार्थ अमेरिका और ब्रिटेन में बड़े पैमाने पर सर्विस शुरू कर उसे अपने अधीन लाने की पूरी कोशिश में है।
स्टरलिंक की सेवाओं से खुश हैं ग्राहक
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार एलन मस्क की कंपनी एयरोस्पेस और सुरक्षा के क्षेत्र में भी बड़ी सेंध मारने की तैयारी में है। कंपनी के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि उनकी सभी सुविधाओं से ग्राहक खुश हैं। स्टरलिंक अपने ग्राहकों को बेहद ही सस्ते मूल्य में बढिय़ा सेवाएं दे रही है। पिछले साल टेस्ला इंक को लेकर बाजार ने हाथों हाथ लेते हुए एलन मस्क को दुनिया का नंबर वन अमीर आदमी बना दिया था।
अंबानी की कंपनी को खतरा
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार एलन मस्क का अगला टारेगट इंडिया का इंटरनेट बाजार है। जहां फिलहाल तक मुकेश अंबानी की कंपनी जियो का कब्जा है। माना जा रहा है कि मस्क की कंपनी आने के बाद जहां भारतीय ग्राहकों को सस्ते में बढिय़ा सर्विस मिलने की संभावना है, वहीं मुकेश अंबानी की जियो के एकाधिकार को चुनौती भी मिलने वाली है।