कोरिया में लाखों रुपए का पैकेज छोडक़र वह अपने देश चले आए। उनके मन में जज्बा था कि वह भी आईएएस अफसर बनकर अपने देश की सेवा करें। इसी जज्बे के साथ जब उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की तो परिवार ने उत्साह बढ़ाया। माता-पिता और बहन के साथ साथ एक और स्पेशल शख्स ने उनका हौंसला बढ़ाया, जिसकी वजह से वह अपनी मंजिल को पाने में सफल रहे। यह कहानी है राजस्थान के रहने वाले कनिष्क कटारिया की, जिन्होंने साल 2018 में यूपीएससी परीक्षा में पहले नंबर की पोजीशन हासिल करते हुए टॉप किया है।
माता-पिता, बहन और गर्लफ्रेंड को थैंक्स किया
यूपीएससी टॉप करने के बाद कनिष्क ने जब मीडिया को इंटरव्यू दिया तो सबसे पहले उन्होंने अपने माता पिता और बहन को थैंक्स किया। इसके साथ ही उन्होंने यूपीएससी में नंबर-1 की पोजशीन लाने पर अपनी गर्लफे्रंड को भी विशेष तौर पर थैंक्स बोला, जिनकी पे्रेरणा से वह इस कठिन मंजिल को पाने में सफल रहे।
Kanishak Kataria, AIR 1 in #UPSC final exam: It’s a very surprising moment. I never expected to get the 1st rank. I thank my parents, sister & my girlfriend for the help & moral support. People will expect me to be a good administrator & that’s exactly my intention. #Rajasthan pic.twitter.com/IBwhW8TJUs
— ANI (@ANI) April 5, 2019
बीटेक में इंजीनियर हैं कनिष्क
कनिष्क कटारिया ने मुंबई से बीटेक करने के बाद कोरिया में लाखों रुपए की जॉब को छोडक़र यूपीएससी की परीक्षा देने का निर्णय लिया था। कनिष्क ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें कतई उम्मीद नहीं थी कि वह यूपीएससी में टॉप कर लेंगे। मगर इसके लिए उनके माता-पिता और बहन के साथ साथ गर्लफे्रंड ने भी उनका पूरा साथ दिया। इन सभी के प्रोत्साहन से ही वह इस कठिन परीक्षा को पहली रैंक के साथ पास करने में सफल रहे हैं।
जापान में है कनिष्क की गर्लफ्रेंड
कनिष्क ने बताया कि उनकी गर्लफ्रेंड जापान में हैं और वह इंडिया में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। इसके बावजूद उनकी गर्लफे्रंड ने एक लांग डिस्टेंस में रहते हुए भी उनका पूरा साथ दिया और स्पोर्ट करते हुए यूपीएससी को टॉप करने की प्रेरणा दी। बता दें कि कनिष्क के पिता भी आईएएस अफसर हैं। कनिष्क ने यूपीएससी टॉप करने के अतिरिक्त जेईई भी पास की है और वह कंप्यूटर साईंस से आईआईटी पास करते हुए इंजीनियरिंग की डिग्री भी हासिल कर चुके हैं।