कई मामलों में पुलिस कू्ररता की सभी हदें पार कर जाती है। पुलिस के नाम से ही लोगों की पतलून गीली हो जाती है। पुलिस वाले बिना गाली गलौच कम ही बात करते हैं। हालांकि बहुत से पुलिस वाले ऐसे भी हैं, जोकि अपने शानदार कार्यों से मानवता की ऐसी मिसाल पेश करते हैं, जिनकी पूरी दुनिया में चर्चा होती है। कई पुलिस वाले अपने वेतन से बच्चों को किताबें दिलवाकर बेहतरीन कार्य करते हैं। जबकि कई पुलिस वाले अपने कृत्यों से जनसेवा की वर्दी को कलंकित करने से पीछे नहीं रहते।
@akashtomarips सर मदद करें ?? pic.twitter.com/x0esSs0AhX
— Deependra Yadav (@Deepend27572523) February 10, 2021
एसएसपी ने ऐसे की स्टुडेंट की मदद
मगर आज हम आपको एक ऐसे पुलिस अधिकारी की कार्यप्रणाली से अवगत करवाने जा रहे हैं, जिन्होंने एक गरीब स्टुडेंट की मदद कर मानवता की मिसाल पेश की है। यह मामला यूपी के इटावा जिले का है। जहां एक स्टुडेंट दीपेंद्र यादव की बाईक का चालान इसलिए काट दिया गया कि उसकी नंबर प्लेट से एक अंक गायब था। यातायात की जांच कर रहे पुलिस कर्मियों ने इस स्टुडेंट पर पांच हजार रुपए का जुर्मान लगा दिया। यह देखकर स्टुडेंट के होश उड़ गए। हालांकि उसने मौके पर ही चालान करने वाले पुलिस कर्मियों के हाथ पैर जोड़े और दुहाई दी। मगर जब वह नहीं मानें ।
एसएसपी से मांगी मदद
इसके बाद यादव ने सीधे एसएसपी आकाश तौमर से टवीटर पर मदद मांग ली। दीपेंद्र यादव ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि सर वह बहुत गरीब है, पांच हजार रुपए का चालान भरने की स्थिति में नहीं है। एसएसपी आकाश तौमर ने जब यह टवीट देखा तो तत्काल रिप्लाई दिया और ओके लिखते हुए कहा कि आपका चालान कैसिंल हो गया है। खुद एसएसपी आकाश तौमर ने उक्त स्टुडेंट को टवीटर पर रिप्लाई करते हुए चालान रदद होने की जानकारी दी। इस पर उक्त स्टुडेंट ने एसएसपी का आभार जताया। बता दें कि पूरे इटावा जिले सहित उत्तर प्रदेश में एसएसपी के इस मानवीय चेहरे व कार्य की जमकर चर्चा हो रही है।