फरीदाबाद । शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि आज हम यहां पर सुख एवं चैन के साथ अपना जीवन बिता रहे हैं, क्योंकि हमारी सेना के जवान सरहदों पर डटकर सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने एसजीएम नगर में आयोजित तिरंगा यात्रा में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। यह यात्रा पटेल चौक से प्राम्भ होकर बड़खल झील पर जाकर समाप्त हुई। शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने सर्वप्रथम सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा को दूध से अभिषेक कराकर पुष्प माला अर्पित कर नमन किया।
शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि आज हम पटेल जी को नमन करते हुए जिन्होंने देश की साड़ी रियासतों को जोड़ा और भारत को भारत बनाने में पटेल जो का बहुत बड़ा योगदान है इसलिए इनके स्टेचू को स्टेचू ऑफ लिबर्टी कहा जाता है और 15 अगस्त के दिन जितने भी लोग शहीद हुए एयर इंजकी वजह से हमारे देश को स्वतंत्रता मिली आज हम उनको नमन करके पटेल चौक से बड़खल झील तक तिरंगा यात्रा निकाल रहे है और इसी के साथ एक पेड़ माँ के नाम मुहीम के तहत और विभाजन विभीषिका के रूप में हर शहीद की समृद्धि में बड़खल झील में 1800 पौधे स्कूली बच्चों द्वारा लगाए जा रहे है। जिससे बड़खल झील का सौन्दर्यीकरण होगा और वातावरण को भी लाभ पहुंचेगा।
उन्होंने कहा कि यह आजादी हमारे पूर्वजों एवं स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों से प्राप्त हुई है। हम सभी को मिलकर यह पर्व बहुत धूमधाम से मनाना चाहिए। जिससे हमारे आने वाली पीढ़ी को सदैव याद रहे स्वतंत्रता का महत्व क्या है। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा ही शहीदों को नमन करना चाहिए, क्योंकि इन शहीदों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया है। उन्होंने कहा कि शहीद युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं और युवा पीढ़ी को शहीदों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा से विशेषकर युवाओं में राष्ट्रभक्ति की भावना और अधिक प्रबल होती है। तिरंगा हमारे दिल की धड़कन है और यह हमेशा ऐसे ही धड़कता और लहराता रहे।
उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने घरों, कोठियों, दुकानों, प्रतिष्ठानों, फैक्ट्रियों सहित तमाम कार्यालयों पर आगामी 15 अगस्त तक राष्ट्रीय ध्वज फहराकर देश के ज्ञात अज्ञात शहीदों जिन्होंने देश की आजादी में और देश की सुरक्षा के लिए अन्य युद्धों में शहादत दी है। उन्हें शत-शत श्रद्धांजलि देकर राष्ट्र का स्वतंत्रता दिवस मनाएं।
तिरंगा यात्रा में अमित आहूजा, शोभित अरोड़ा, हरिंदर भड़ाना, पुलकित कपूर, पंकज सिवाल, अनिकेत सिंह, विराट कथूरिया, सुशील सेतिया, प्रवीण चौधरी, खुशबू सिंह, सुदेश शर्मा, शालिनी मंगला, महंत मुनिराज जी महाराज, महंत ललित गिरि गोस्वामी, मोहन सिंह भाटिया, रविंद्र सिंह राणा, बहादुर सिंह सब्बरवाल, मंजीत सिंह चावला, जोगेन्द्र चावला, कर्मवीर बैंसला, सुभाष दलाल, सरदार खान, संजय महेंद्रू, ओमप्रकाश ढींगरा, नितेश भड़ाना, लिक्खी चपराना, मनोज भड़ाना, ललित भड़ाना, संजीव आर्य, चमन गर्ग, विपिन तंवर आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।