चंडीगढ़। हरियाणा बीजेपी में टिकटों को लेकर अंदर ही अंदर घमासान मचा हुआ है। पार्टी के तमाम नेता टिकटों को लेकर अपनी लॉबिंग में जुटे हैं। विधायक बनने की चाहत रखने वाले बीजेपी नेताओं की कतार इतनी लंबी हो गई है कि कई सीटों पर तो संभावित उम्मीदवारों की संख्या 50 से 80 तक पहुंच गई हैं। कांग्रेस व अन्य दलों से इंपोर्ट किए गए नेता भी बीजेपी के लिए सिरदर्द बन गए हैं। वहीं पूर्व सीएम मनोहर लाल के तमाम सेनापति भी अब विधायक बनने का सपना देख रहे हैं। इस सेनापतियों की वजह से ना केवल बीजेपी में संकट खड़ा हो गया है, वहीं तमाम बड़े नेताओं की टिकटों पर भी खतरा मंडराने लगा है। पूर्व सीएम मनोहर लाल के सभी नवरत्न अब विधायक बनने की लाईन में खड़े हो गए हैं और ये सभी चाहते हैं कि खटटर साहब उनकी ठोस पैरवी करें ,ताकि वो विधायक बनने का सपना पूरा कर सकें। आपको आगे बताएंगे कि वो कौन से सेनापति हैं, जिन्होंने समूचे प्रदेश में हंगामा मचाया हुआ है।
तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर मुख्यमंत्री रहते हुए मनोहर लाल की टीम के वो कौन से नगीने हैं, जोकि इन दिनों सीएम हाऊस और दफतर छोड़ सफेद कुर्ता पाजमा पहनकर चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं और उनकी वजह से किन विधानसभा क्षेत्रों में सिर फुटोव्वल की नौबत आ खड़ी हुई है। इस टीम में शामिल रहे सबसे पहला नाम है जवाहर यादव का ,जोकि खटटर साहब के पुराने दिनों के साथी हैं। जवाहर यादव का प्रभाव संगठन से लेकर सरकार तक में है और तमाम मामलों में चर्चित होने के बावजूद भी उनका रूतबा कभी कम नहीं हुआ। पूर्व सीएम के नवरत्नों में शामिल जवाहर यादव गुरूग्राम की सबसे हाईप्रोफाईल सीट बादशाहपुर से टिकट मांग रहे हैं। आपको बता दें कि इस सीट से राज्य के पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह भी अपनी दावेदारी ठोंक चुके हैं। वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव का नाम भी इस सीट के लिए सामने आ रहा है। इनके अलावा भी दर्जनों ऐसे उम्मीदवार हैं, जोकि इस सीट पर चुनाव लडऩे का सपना संजोए हुए हैं। अब इनमें से किसे टिकट मिलती है, ये आने वाला समय ही बताएगा।
खटटर साहब के दूसरे नवरत्न हैं उनके पूर्व राजनैतिक सलाहकार अजय गौड़ ,जोकि ओल्ड फरीदाबाद की सीट से चुनावी ताल ठोंक चुके हैं। ये सीट भी अपने आप में हाईप्रोफइल है। इस सीट पर भी बीजेपी के तमाम नेताओं की नजर है। प्रमुख तौर पर अजय गौड़ के अलावा पूर्व मंत्री विपुल गोयल, मौजूदा विधायक नरेंद्र गुप्ता, पूर्व डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग, आरएसएस नेता और पेट्रोल पंप व्यवसायी मनमोहन गुप्ता, जिला महासचिव मूलचंद मित्तल तथा बीजेपी के पुराने और जुझारू कार्यकर्ता गयासीराम शर्मा सहित कई नेता लाईन में लगे हैं। लेकिन इनमें से टिकट किसे मिल पाती है, ये देखने वाली बात होगी। पूर्व सीएम के निजी सचिव और ओएसडी रहे अभिमन्यु यादव भी इन दिनों सफेद कुर्ता पाजमा पहनकर मैदान में दिखाई दे रहे हैं। वो अहीरवाल की कोसली सीट से टिकट चाहते हैं, लेकिन इस सीट पर भी पेंच इसलिए अडा हुआ है, क्योंकि वहां से राव इंद्रजीत अपने समर्थक को ही टिकट दिलवाना चाहते हैं।
अब बात करते हैं मनोहर लाल के चौथे नवरत्न और उनके पूर्व ओएसडी कैप्टन भूपेंद्र की जोकि नलवा विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे हैं। रणबीर गंगवा यहां से बीजेपी के विधायक हैं और एक मजबूत नेता के तौर पर उनका नाम लिया जाता है। इनके अलावा और भी अनेक ऐसे उम्मीदवार हैं, जोकि इस सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। अब बात करते हैं खटटर साहब के पांचवे नवरत्न की, जिनका नाम है भूपेश्वर दयाल। आपको याद होगा कि खटटर सरकार में भूपेश्वर दयाल का नाम खासी चर्चाओं में रहता था। लेकिन अब चर्चा भूपेश्वर दयाल की चुनावी तैयारी को लेकर है,जोकि सोनीपत-गन्नौर से चुनाव लडऩे का ठोस इरादा बनाए हुए हैं। लेकिन देखना अब ये है कि पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल अपने कितने नवरत्नों को टिकट दिलवाने में सफल हो पाते हैं।