चंडीगढ़। हरियाणा में कांग्रेस इस बार हर हाल में सत्ता में वापिसी करना चाहती है, इसके लिए वो कोई कमी नहीं छोडऩा चाह रही। यही वजह है कि प्रत्याशियों के चयन में कांग्रेस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। टिकट चयन के लिए कांगे्रस ने दो हाईलेवल कमेटियों का गठन किया है। ये दोनों कमेटियां कड़े नियमों के आधार पर टिकटों का बंटवारा करना चाह रही है। हालांकि टिकट वितरण में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुडडा, सांसद कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला में भिंडत के आसार भी दिखाई दे रहे हैं। इसके बावजूद इस बार कांग्रेस राज्य में कई नए चेहरों को मैदान में उतारने जा रही है। जबकि करीब तीन हजार नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है।
यदि सीधे तौर पर कहें तो 2024 के चुनावों में कांग्रेस कई बड़े नेताओं का पत्ता साफ करने जा रही है। एक तरह से कहें कि कांग्रेस बिना प्रेशर के टिकट बांटने की तैयारी में हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि इस बार किन किन नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी है और किन नियमों के आधार पर टिकटों का वितरण होगा। इसके लिए कांग्रेस सर्वे का सहारा भी ले रही है। अंदरखाने कांग्रेस अपने भावी प्रत्याशियों का सर्वे भी करवा रही है और जो प्रत्याशी जीतने का दम रखते होंगे, उन्हें ही टिकटों में प्राथमिकता दी जाएगीै। इस बीच आपको एक खास बात ये भी बता दें कि राज्य भर से टिकटों के लिए आवेदन करने वाले प्रत्याशियों की संख्या करीब तीन हजार तक पहुंच गई है। लेकिन जिन लोगों ने आवेदन किया है, पहले उन्हें कड़ी इंटरव्यू प्रक्रिया से तो गुजरना ही होगा, साथ ही टिकट देने के लिए सर्वे में शामिल संबंधित प्रत्याशी की रिपोर्ट को भी आधार बनाया जाएगा।
इस बार सिफारिश कम और जीत का पैमाना प्राथमिकता पर नापा जाएगा। इसके अलावा 2019 में जिन प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो चुकी है, उसकी टिकट पर विचार नहीं किया जाएगा, इसके साथ ही लगातार दो चुनाव हार चुके नेताओं को टिकट के दायरे से बाहर रखने की बात कही जा रही है। कांग्रेस का एक और नियम भी दावेदारों के लिए जी का जंजाल बन सकता है ,जिन नेताओं पर मुकदमें चल रहे हैं, या फिर वो किसी तरह के कानूनी पचडे में फंसे हैं, शायद उनकी टिकट पर भी खतरे की तलवार लटकी रहेगी। तो चलिए आपको बताते हैं कि कांग्रेस किन नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है। सबसे पहले बात करते हैं उन विधानसभा क्षेत्रों की, जहां कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई थी। इनमें अंबाला कैंट, अंबाला शहर, यमुनानगर, शाहबाद, नीलोखेडी, इंद्री, पानीपत ग्रामीण, जुलाना, जींद, उकलाना, उचाना, नारनौंद, हांसी, बरवाला, दादरी, भिवानी, अटेली, नांगल चौधरी, गुरूग्राम, पटौदी, बादशाहपुर, सोहना, नरवाना, टोहाना, फतेहाबाद, रानियां तथा सिरसा में कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई थी। इनकी टिकट पर अब शायद ही चर्चा हो।
लेकिन अब आपको बताते हैं कि कांग्रेस हाईकमान ने जहां 15 मौजूदा विधायकों को फिर से तैयारी करने के लिए हरी झंडी दे दी है, वहीं 500 से 5000 वोटों के अंतर से हारे नेताओं को भी दोबारा से टिकट देने का निर्णय लिया गया है, लेकिन इससे पहले कांग्रेस अपनी सर्वे रिपोर्ट को भी आधार बनाएगी। यदि सर्वे रिपोर्ट इन नेताओं के पक्ष में है तो फिर उन्हें दोबारा से चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। कांग्रेस की इस प्रक्रिया को देखते हुए अब कहा जा सकता है कि 2024 में हरियाणा में काफी संख्या में नए चेहरों पर दांव खेला जाएगा । कांग्रेस की इन तैयारियों को देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी को कड़ी चुनौती मिलने जा रही है। दोस्तों ऐसे में अब आपका क्या कहना है और आप अपने क्षेत्र से किसे जिताऊ उम्मीदवार के तौर पर देखते हैं, कमेंट बाक्स में कमेंट करके जरूर बताएं।