चंडीगढ़। कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुई विधायक किरण चौधरी ने विधानसभा से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है । उन्होंने अपना इस्तीफ़ा हरियाणा सरकार के स्पीकर को भेज दिया है , जो कि मंज़ूर भी कर लिया गया है । वह 3 सितंबर को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा से नामांकन दाखिल करेंगी । दूसरी तरफ़ पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता भूपेन्द्र हुड्डा ने हथियार डाल दिए हैं और राज्यसभा में कांग्रेस उम्मीदवार खड़ा करने से इनकार कर दिया है । आपको बता दें कि किरण चौधरी ने बुधवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस अवसर पर नायब सरकार के मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली और निर्दलीय विधायक भी मौजूद थे। नामांकन दाखिल करने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि सभी निर्दलीय विधायकों ने किरण चौधरी के पक्ष में अपना समर्थन पत्र दे दिया है। वहीं दूसरी ओर मौजूदा हालातों को देखते हुए ये तय हो गया है कि दीपेंद्र हुडडा के रोहतक से सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट पर किरण चौधरी का चुना जाना फाईनल हो गया है।
श्री हुड्डा ने कांग्रेस हाई कमान से भी दो टूक शब्दों में कह दिया है कि उनके पास राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए इतने विधायक नहीं हैं इसलिए वह किसी को मैदान में नहीं उतारेंगे । ये कह कर उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के लिए मैदान ख़ाली छोड़ दिया है । जबकि जजपा नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला लगातार हुड्डा से कह रहे है कि राज्यसभा के लिए उम्मीदवार खड़ा करें , वह उनके साथ हैं । दुष्यंत चौटाला ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा पर करारा हमला भी बोला है. चौटाला ने कहा कि जेल जाने के डर से भूपेंद्र हुड्डा बीजेपी के सामने कोई प्रत्याशी नहीं उतर रहे. दरअसल समर्थन न होने की बात कहकर वह कांग्रेस हाई कमान को गुमराह कर रहे हैं. अब तो JJP के भी कई विधायक कांग्रेस में आ चुके हैं और हुड्डा अपने समर्थन के नजदीक हैं. लेकिन वो जानबूझकर बीजेपी उम्मीदवार के लिए मैदान खाली छोड़ रहे हैं. यह हुड्डा की सोची समझी प्लानिंग है,
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वह तो बीजेपी के खिलाफ हो चुके हैं और बीजेपी को राज्यसभा चुनाव में हर हाल में हराना चाहते हैं. लेकिन पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा मैदान छोड़कर भाग खड़े हुए हैं. जिसकी वजह से बीजेपी के हौसले बुलंद है और हुड्डा की कायरता की वजह से ही बीजेपी राज्यसभा चुनाव जीतने जा रही है. फिलहाल दुष्यंत चौटाला राज्यसभा चुनाव के बहाने जहां बीजेपी पर निशाना साध रहे है वही भूपेंद्र हुड्डा पर भी जमकर बरस रहे हैं. दरअसल बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद से दुष्यंत चौटाला के दिल की टीस समय-समय पर निकल आती है, इस समय राज्यसभा चुनाव को लेकर भाजपा और हुड्डा पर जमकर अपने दिल की भड़ास निकाल रहे हैं. लोकसभा चुनाव में आप देख ही चुके हैं कि दुष्यंत चौटाला और उनके परिवार को लोगों का कितना विरोध सहना पड़ रहा है. अब विधानसभा चुनाव नजदीक है तो वह बीजेपी और कांग्रेस पर हमला बोलकर लोगों के बीच अपनी सहानुभूति बनाना चाहते हैं, हालांकि यह तो अब विधानसभा चुनाव में ही पता चल पाएगा कि दुष्यंत चौटाला को लोगों की कितनी सहानुभूति मिल पाती है फिलहाल तो राज्यसभा चुनाव को लेकर हरियाणा में माहौल गर्मया हुआ है.
इस राजनीतिक उठा पटक के बीच अब आपको राज्यसभा चुनाव का शेड्यूल भी बता दें, 3 सितंबर को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए 21 अगस्त से नामांकन दाखिल होंगे और 27 अगस्त को नाम वापिस लिए जा सकेंगे । वोटिंग के उपरांत रिज़ल्ट उसी दिन 3 सितंबर को ही घोषित कर दिए जायेंगे । राज्यसभा में जाने के लिए भाजपा से किरण चौधरी तथा कुलदीप बिश्नोई दोनों प्रयास में लगे थे ,श्री बिश्नोई भी लॉबिंग के लिए दिल्ली में डेरा डाले रहे। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्ढा , केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह , केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल सहित कई बड़े नेताओं से मुलाक़ात भी की । लेकिन किरण चौधरी इसमें बाज़ी मारने में सफल रहीं। लेकिन एक बात तो साफ है कि जिस तरह से भूपेंद्र हुड्डा विधायकों का समर्थन न होने की बात कह कर राज्यसभा चुनाव से अपना पल्ला झाड़ रहे हैं उसे देखते हुए आसानी से कहा जा सकता है कि बीजेपी यह चुनाव आसानी से जीतने जा रही है. जो कि हरियाणा में कांग्रेस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं होगा.