फरीदाबाद। फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में टिकटों की सरगर्मी इतनी तेज हो गई है कि बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच असमजंस की स्थिति बनी हुई है। कहने को तो दोनों पार्टियों में उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार है, लेकिन फिर भी उसे जारी नहीं किया जा रहा है। लेकिन अब आपको बताते हैं कि फरीदाबाद जिले में कांग्रेस और बीजेपी अपने किन महारथियों पर दांव खेलने जा रही है। दोनों ही पार्टियों के नेताओं का कहना है कि उनके उम्मीदवार तय हो चुके हैं, बस अब लिस्ट जारी होने की औपचारिकता ही बची है। तो चलिए आपको भी बताते हैं कि फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र की सभी नौ सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के किन किन उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला होने जा रहा है।
तो चलिए आपको बताते हैं कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र से जहां कांग्रेस पूर्व विधायक ईस्राईल खान को मैदान में उतार सकती है तो वहीं उनके सामने बीजेपी अपने संभावित उम्मीदवार मनोज रावत को चुनाव लड़वाने का मन बना चुकी है। खबर है कि हथीन से बीजेपी इस नए चेहरे पर दांव खेलने जा रही है। वहीं होडल में कांग्रेस अपने प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को टिकट देने जा रही है, जबकि उनके सामने बीजेपी एक ऐसे नए चेहरे को लाने जा रही है, जिसका परिवार तो राजनैतिक बैकग्राऊंड से ताल्लुक रखता है, लेकिन चुनावी राजनीति में ये चेहरा एकदम नया है। पूर्व विधायक रामरतन के बेटे हरेंद्र सिंह को कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान के सामने चुनाव लडऩे के लिए तैयार किया गया है। बीजेपी का ये नया चेहरा कांग्रेस अध्यक्ष के सामने कितना मजबूत साबित होगा, ये देखने वाली बात होगी।
वहीं पलवल विधानसभा की बात करें तो इस बार चर्चा है कि बीजेपी अपने सिटिंग विधायक दीपक मंगला की टिकट काटकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय स्तर के नेता गौरव गौतम को मौका देने जा रही है। कांग्रेस के भावी उम्मीदवार और पूर्व मंत्री करण दलाल के सामने गौरव गौतम कितने मजबूत साबित होंगे, इस पर पूरे पलवल की नजरें लगी हुई हैं। वहीं बात करें पृथला की तो इस सीट पर कांग्रेस के दावेदारों की लिस्ट बेहद लंबी है। पृथला से सबसे बड़ा नाम पूर्व विधायक रघुवीर सिंह तेवतिया का है, लेकिन वो लगातार दो बार इस सीट से चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में अब कांग्रेस रघुवीर तेवतिया पर तीसरी बार दांव खेलती है या फिर किसी नए चेहरे को सामने लाती है, फिलहाल ये देखने वाली बात होगी, जबकि बात करें बीजेपी की तो पृथला सीट पर इस बार नए चेहरे के रूप में बीजेपी दीपक डागर नामक कार्यकर्ता को उतारने का मन बना चुकी है। दीपक डागर को सीधे तौर पर केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के खेमे से जोड़ा जाता है और खबर ये है कि श्री गुर्जर ही दीपक को टिकट दिलवाने में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
वहीं इसके बाद बात करते हैं बल्लभगढ़ की, तो इस सीट से मौजूद मंत्री मूलचंद शर्मा ही बीजेपी के हैवीवेट उम्मीदवार होने वाले हैं औ उनके सामने कांग्रेस से कौन होगा, फिलहाल ये साफ नहीं है। इस सीट पर कांग्रेस से पूर्व विधायक शारदा राठौर, पूर्व विधायक योगेश शर्मा की पुत्री पराग शर्मा, पूर्व पार्षद दीपक चौधरी, गिरीश भारद्वाज सहित अनेक नेता लाईन में लगे हैं। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के सामने कांग्रेस किस मजबूत चेहरे को लाती है, ये देखने वाली बात होगी। वहीं बात करें ओल्ड फरीदाबाद सीट की तो इस क्षेत्र से जहां बीजेपी के उम्मीदवार को लेकर असमजंस की हालत है, वहीं कांग्रेस से भी अनेक नेता सामने आ रहे हैं। बीजेपी से फिलहाल पूर्व मंत्री विपुल गोयल, पूर्व सीएम मनोहर लाल के राजनैतिक सचिव रहे अजय गौड़ और मौजूदा विधायक नरेंद्र गुप्ता में से ही किसी एक को टिकट मिलने की संभावना है। वहीं कांग्रेस से सबसे पहला नाम लखन कुमार सिंगला का है, उनके अलावा पूर्व विधायक आनंद कौशिक के भाई बलजीत कौशिक सहित कई नेता लाईन में हैं। इस सीट से पंजाबी समुदाय ने भी मजबूती के साथ अपना दावा पेश किया है।
अब जहां तक तिगांव क्षेत्र की बात है कि तो इस सीट से बीजेपी के मौजूदा विधायक राजेश नागर का नाम तय माना जा रहा है और कांग्रेस उनके सामने पूर्व विधायक ललित नागर को उतार सकती है। जबकि एनआईटी क्षेत्र में बीजेपी के तरफ से केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के बेटे देवेंद्र चौधरी का नाम सबसे आगे चल रहा है। देवेंद्र के अलावा पूर्व विधायक नगेंद्र भड़ाना और यशवीर डागर भी लाईन में हैं। हालांकि नगेंद्र भड़ाना घोषणा कर चुके हैं कि बीजेपी टिकट दे या ना दे, वो हर हाल में चुनाव लडऩे जा रहे हैं। जबकि एनआईटी से कांग्रेस अपने मौजूदा विधायक नीरज शर्मा को ही उतारने जा रही है। यानि कि नीरज शर्मा की टिकट पक्की मानी जा रही है।
अब बात करते हैं कि बडख़ल विधानसभा सीट की तो इस क्षेत्र से कांग्रेस अपने पूर्व उम्मीदवार विजय प्रताप को टिकट देने का फैसला कर चुकी है। विजय प्रताप ने 2019 में भी चुनाव लड़ा था और मात्र 2700 वोटों के अंतर से चुनाव हारे थे। वहीं बीजेपी इस सीट पर शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा को चुनाव लड़वाने का मन बनाए हुए है। हालांकि इस क्षेत्र से बीजेपी की टिकट मांगने वालों में राज्य महिला आयोग की चेयरमैन रेणू भाटिया, सीएम के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली, और बीजेपी नेता श्याम सुंदर कपूर लाईन में है। देखते हैं कि अब इस पर बीजेपी का आखिरी निर्णय क्या रहता है। इस तरह से फरीदाबाद लोकसभा की सभी नौ विधानसभा सीटों पर ये तस्वीर बन रही है। हालांकि अभी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होना बाकि है, लेकिन करीब करीब इन उम्मीदवारों के नाम ही सामने आ रहे हैं। हो सकता है कि इनमें किसी तरह का फेरबदल हो भी लेकिन इसकी संभावना कम ही दिखाई दे रही है। दोस्तों आपसे आग्रह है कि इन नामों को लेकर आप कितने सहमत हैं और इनमें से किस प्रत्याशी को टिकट मिलनी चाहिए और किसको नहीं, इस पर अपने कमेंट जरूर करें।